सिविल सर्जन ने दवा खिलाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत की

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20 से 23 सितंबर और 1 से 10 अक्टूबर तक चलेगा अभियान

अभियान के दौरान जिले के 31 लाख लोगों को खिलाए जाएगी दवा
भागलपुर, 20 सितंबर
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत सोमवार को हो गई। सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने सदर अस्पताल में महिला लाभुकों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर अभियान की शुरुआत की। अभियान दो चरणों में कुल 14 दिनों तक चलेगा। पहले चरण में 20 से 23 सितंबर तो दूसरे चरण में 1 से 10 सितंबर तक अभियान चलेगा। मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की एक गोली, छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल की गोली लोगों को चबाकर खानी है। इसे लाभुकों को बताना होगा। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जाएगी। साथ ही गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी दवा नहीं खिलाई जाएगी। जिले के 31 लाख लाभुकों को दवा खिलाया जाना है। सिविल सर्जन ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि हमलोग जिले के सभी लोगों को दवा खिलाकर ही रहेंगे।
प्रचार रथ को किया गया रवानाः अभियान की शुरुआत के बाद सिविल सर्जन ने तीन प्रचार रथ को रवाना किया। प्रचार रथ के जरिये शहरी क्षेत्र के लोगों को फाइलेरिया के बारे में जागरूक किया जाएगा। जिले के सभी प्रखंडों में पहले से ही प्रचार रथ के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। अभियान के दौरान भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। मौके पर डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, सदर अस्पताल प्रभारी डॉ. एके मंडल, केयर इंडिया के डीपीओ मानस नायक और पीसीआई के श्रवण कुमार झा मौजूद थे।

साइड इफेक्ट से घबराने की जरूरत नहीः मौके पर मौजूद जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. कुंदन भाई पटेल ने कहा कि दवा सेवन के बाद किसी तरह के सामान्य साइड इफेक्ट से घबराने की जरूरत नहीं है। अमूमन जिनके अंदर फाइलेरिया के परजीवी होते हैं, उनमें ही साइड इफ़ेक्ट देखने को मिलते हैं। साइड इफ़ेक्ट सामान्य होते हैं जो प्राथमिक उपचार से ठीक भी हो जाते हैं। इसलिए जिले के सभी लोगों से मेरी अपील है कि अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और इसे सफल बनाएं।

घरों के आसपास गंदगी और पानी नहीं जमने देः डॉ. कुंदन भाई पटेल ने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। क्यूलेक्स मच्छर घरों के दूषित स्थलों, छतों और आसपास लगे हुए पानी में पाया जाता है। इससे बचाव के लिए लोग घरों के आसपास गंदगी और पानी नहीं जमने दें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बुखार आना, शरीर में लाल धब्बे या दाग होना, शरीर के किसी भी अंग में सूजन होना इसके लक्षण हैं। ज्यादातर इस बीमारी से ग्रसित लोगों के पांव या हाइड्रोसिल में सूजन हो जाती है। लोग इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें इसके लिए सरकार हर साल में एक बार एमडीए अभियान चलाती है। इससे लोगों को जरूरी दवा उपलब्ध होती है, जो इस बीमारी को रोकने में सहायक होती है।
50 घरों के लोगों को गोली खिलाने पर 600 रुपये की प्रोत्साहन राशिः 20 जुलाई से शुरू हो रहे अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं की दो टीम बनाई गई है। दोनों के क्षेत्र मिलाकर एक टीम को 400 घरों के लोगों को गोली खिलानी है। एक आशा कार्यकर्ता अगर 50 घरों के लाभुकों को गोली खिलाती हैं तो उन्हें 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। 14 दिनों में अगर आशा कार्यकर्ता 400 घरों के सभी सदस्यों को दवा दे देती हैं तो उन्हें 4800 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी। जहां पर आशा कार्यकर्ता नहीं हैं, वहां पर यह राशि आंगनबाड़ी सेविका या फिर मोबलाइजर को दी जाएगी। बात की जानकारी प्रशिक्षण के दौरान दी गई।