12 मई से चलेंगे ट्रेन ; कल से टिकटों की केवल ऑनलाइन बुकिंग; किराया राजधानी जितना होगा

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  • 11 मई को शाम 4 बजे से आईआरसीटीसी पर टिकटों की बुकिंग शुरू होगी, काउंटर पर टिकट नहीं मिलेंगे
  • केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आने की इजाजत मिलेगी, मास्क पहनना जरूरी

रेलवे ने 12 मई से यात्रियों के लिए ट्रेन शुरू करने की योजना बनाई है। शुरुआत में 15 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी यानी ये 15 रूटों पर चलेंगी। ट्रेनें दिल्ली से चलाई जाएंगी। 11 मई को 4 बजे रिजर्वेशन मिलना शुरू हो जाएगा। इन ट्रेनों के टिकट केवल आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर मिलेंगे, टिकट काउंटर पर नहीं। सभी कोच एसी और स्टॉप भी बेहद सीमित होंगे। इन ट्रेनों में यात्रा के लिए राजधानी ट्रेनों के बराबर किराया देना होगा।

Railways to resume partial service from May 12, bookings open May ...

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किन रूट पर चलाई जाएंगी ट्रेन?
ये पैसेंजर ट्रेनें नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुअनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के लिए चलाई जाएंगी।

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रेलवे ने क्या कहा?

  • न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर बंद ही रहेंगे। प्लेटफॉर्म टिकट, काउंटर टिकट नहीं जारी किए जाएंगे।
  • यात्रा के दौरान फेस कवर करना जरूरी है। डिपार्चर के वक्त स्क्रीनिंग की जाएगी।
  • केवल उन्हीं यात्रियों को इजाजत मिलेगी, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं पाए जाएंगे।
  • केवल उन्हीं यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आने की इजाजत दी जाएगी, जिनके टिकट कन्फर्म होंगे।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी गाइडलाइंस- गडकरी

पिछले दिनों केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार ऐसी गाइडलाइंस तैयार कर रही है, जिसके आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जा सके। इस दौरान यह ध्यान रखना जरूरी होगा कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों का किसी तरह से उल्लंघन न हो। फिलहाल सरकार ने 50% यात्रियों के 50% चलने की अनुमति दी है।

केंद्र के आदेश के अनुसार, रेलवे ने 22 मार्च से 31 मार्च तक 12500 यानी सभी यात्री ट्रेनें बंद करने का फैसला लिया था। बाद में इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल किया गया था। इसके बाद लॉकडाउन के तीसरे फेज के मद्देनजर इसे और आगे बढ़ाया गया। फिलहाल प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने राज्य भेजने के लिए केंद्र सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।